मानसून में सावधानी ज़रूरी: कैसे करें बैक्टीरिया और वायरस से बचाव?
मानसून का मौसम जहाँ एक ओर गर्मी से राहत देता है, वहीं दूसरी ओर यह समय बीमारियों का घर भी बन जाता है। लगातार नमी, गंदगी और पानी जमा होने से बैक्टीरिया और वायरस तेजी से पनपते हैं। इस वजह से सर्दी-खांसी, डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड, स्किन इंफेक्शन और पेट की समस्याएं आम हो जाती हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि इस मौसम में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) कमजोर हो जाती है, जिससे संक्रमण का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। ऐसे में थोड़ी सी लापरवाही भी गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है।
हमने बात की जनरल फिजिशियन डॉ. रितिका मेहरा से, जिन्होंने मानसून में स्वस्थ रहने के लिए 15 बेहद आसान और कारगर टिप्स साझा किए हैं।
डॉक्टर से जानें मानसून में बीमारियों से बचाव के 15 उपाय
-
उबला हुआ या फिल्टर किया हुआ पानी पिएं – पानीजनित रोगों से बचाव के लिए आवश्यक है।
-
बाहर का कटाव-खुला खाना अवॉइड करें – स्ट्रीट फूड में बैक्टीरिया का खतरा सबसे ज़्यादा होता है।
-
नियमित हाथ धोएं – हर बार खाने से पहले और बाहर से लौटने के बाद।
-
इम्युनिटी बढ़ाने वाले फूड लें – जैसे तुलसी, हल्दी दूध, ग्रीन टी, नींबू, और आंवला।
-
गीले कपड़े तुरंत बदलें – स्किन फंगल इंफेक्शन से बचने के लिए।
-
मच्छरों से बचाव करें – डेंगू-मलेरिया से सुरक्षा के लिए मच्छरदानी या रिपेलेंट इस्तेमाल करें।
-
हर दिन स्नान करें – शरीर को साफ़-सुथरा रखने से इंफेक्शन का खतरा घटता है।
-
मौसम के अनुसार कपड़े पहनें – हल्के और सूती कपड़े त्वचा को सांस लेने देते हैं।
-
शरीर को भीगने से बचाएं – खासतौर पर सिर और पैर, क्योंकि इससे जुकाम और बुखार जल्दी होता है।
-
छोटे घावों को नजरअंदाज़ न करें – जल्दी से एंटीसेप्टिक लगाएं।
-
भीगने पर बाल और पैर अच्छी तरह सुखाएं – स्कैल्प और पैर के इंफेक्शन से बचाव होगा।
-
डायबिटिक मरीज विशेष सावधानी बरतें – पैर की सफाई और सूखापन बनाए रखें।
-
भीड़भाड़ से बचें – खासकर जब वायरल इंफेक्शन फैला हो।
-
हाइड्रेटेड रहें – शरीर में पानी की कमी न होने दें।
-
योग और प्राणायाम करें – यह इम्युनिटी को मजबूत करता है और मन को भी शांत रखता है।
मानसून का आनंद तभी लिया जा सकता है जब आप और आपका परिवार पूरी तरह से सुरक्षित और स्वस्थ रहें। थोड़ी सी जागरूकता और सावधानी बरतने से आप खुद को बीमारियों से बचा सकते हैं। याद रखें – सही समय पर बचाव, इलाज से बेहतर है।