जहां जरूरत, वहीं पहुंचेगा ट्रांसफॉर्मर: नई तकनीक से बदलेगा पावर सप्लाई सिस्टम
इंजीनियरों ने अपनाई नई तकनीक: अब चलंत ट्रांसफॉर्मर जहां खराबी होगी, वहां पहुंचेगा, बिजली सप्लाई करेगा
बिजली व्यवस्था में लगातार सुधार और तकनीकी विकास के चलते अब बिजली की समस्या के समाधान में तेजी लाई जा रही है। इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है चलंत ट्रांसफॉर्मर यानी मोबाइल ट्रांसफॉर्मर। यह नई तकनीक बिजली वितरण प्रणाली को और अधिक चुस्त-दुरुस्त बनाएगी और उपभोक्ताओं को बिजली कटौती की समस्या से राहत दिलाएगी।
अब तक जब कहीं ट्रांसफॉर्मर में खराबी आती थी या अधिक लोड के कारण सप्लाई बाधित होती थी, तो उस इलाके को घंटों तक बिजली कटौती का सामना करना पड़ता था। खराब ट्रांसफॉर्मर को निकाल कर नया लगाना या मरम्मत करना एक लंबी प्रक्रिया होती थी। लेकिन अब चलंत ट्रांसफॉर्मर की मदद से यह काम बेहद कम समय में संभव होगा।
चलंत ट्रांसफॉर्मर विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए ट्रक पर सवार होता है, जिसमें पावर कनेक्शन, ट्रांसफॉर्मर यूनिट, केबल, कंट्रोल सिस्टम और अन्य ज़रूरी उपकरण शामिल होते हैं। जब कहीं ट्रांसफॉर्मर खराब होता है या किसी इलाके में अस्थायी रूप से अतिरिक्त बिजली की जरूरत होती है, तो यह चलंत ट्रांसफॉर्मर उस स्थान पर पहुंचकर तुरंत बिजली सप्लाई शुरू कर सकता है।
इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह अस्थायी समाधान देने के साथ-साथ सिस्टम की विश्वसनीयता भी बढ़ाता है। साथ ही, पर्व-त्योहारों, मेले, प्रदर्शनियों या आपदा के समय में जहां बिजली की आवश्यकता बढ़ जाती है, वहां यह चलंत ट्रांसफॉर्मर तुरंत सहायता पहुंचा सकता है।
इसे बिजली विभाग के इंजीनियरों और तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम ने मिलकर विकसित किया है। फिलहाल इसे कुछ चुने हुए क्षेत्रों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रयोग सफल रहने पर इसे राज्यभर में लागू किया जाएगा।इंजीनियरों ने अपनाई नई तकनीक: अब चलंत ट्रांसफॉर्मर जहां खराबी होगी, वहां पहुंचेगा, बिजली सप्लाई करेगा
बिजली व्यवस्था में लगातार सुधार और तकनीकी विकास के चलते अब बिजली की समस्या के समाधान में तेजी लाई जा रही है। इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है चलंत ट्रांसफॉर्मर यानी मोबाइल ट्रांसफॉर्मर। यह नई तकनीक बिजली वितरण प्रणाली को और अधिक चुस्त-दुरुस्त बनाएगी और उपभोक्ताओं को बिजली कटौती की समस्या से राहत दिलाएगी।
अब तक जब कहीं ट्रांसफॉर्मर में खराबी आती थी या अधिक लोड के कारण सप्लाई बाधित होती थी, तो उस इलाके को घंटों तक बिजली कटौती का सामना करना पड़ता था। खराब ट्रांसफॉर्मर को निकाल कर नया लगाना या मरम्मत करना एक लंबी प्रक्रिया होती थी। लेकिन अब चलंत ट्रांसफॉर्मर की मदद से यह काम बेहद कम समय में संभव होगा।
चलंत ट्रांसफॉर्मर विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए ट्रक पर सवार होता है, जिसमें पावर कनेक्शन, ट्रांसफॉर्मर यूनिट, केबल, कंट्रोल सिस्टम और अन्य ज़रूरी उपकरण शामिल होते हैं। जब कहीं ट्रांसफॉर्मर खराब होता है या किसी इलाके में अस्थायी रूप से अतिरिक्त बिजली की जरूरत होती है, तो यह चलंत ट्रांसफॉर्मर उस स्थान पर पहुंचकर तुरंत बिजली सप्लाई शुरू कर सकता है।
इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह अस्थायी समाधान देने के साथ-साथ सिस्टम की विश्वसनीयता भी बढ़ाता है। साथ ही, पर्व-त्योहारों, मेले, प्रदर्शनियों या आपदा के समय में जहां बिजली की आवश्यकता बढ़ जाती है, वहां यह चलंत ट्रांसफॉर्मर तुरंत सहायता पहुंचा सकता है।
इसे बिजली विभाग के इंजीनियरों और तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम ने मिलकर विकसित किया है। फिलहाल इसे कुछ चुने हुए क्षेत्रों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रयोग सफल रहने पर इसे राज्यभर में लागू किया जाएगा।
चलंत ट्रांसफॉर्मर एक क्रांतिकारी कदम है जो बिजली वितरण प्रणाली को स्मार्ट, लचीला और समय के अनुरूप बनाने में सहायक होगा। यह तकनीक ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बिजली सेवाओं की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मील का पत्थर साबित हो सकती है।