रैशेज या मस्से को हल्के में न लें: स्किन कैंसर के शुरुआती संकेत और बचाव के उपाय
आज की व्यस्त जीवनशैली और बढ़ती धूप के संपर्क में रहने से स्किन से जुड़ी समस्याएं आम हो गई हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मामूली दिखने वाले रैशेज या मस्से भी स्किन कैंसर के संकेत हो सकते हैं? स्किन कैंसर दुनियाभर में सबसे आम कैंसर में से एक है और हर साल लाखों लोग इससे प्रभावित होते हैं।
स्किन कैंसर क्या होता है?
यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें त्वचा की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। आमतौर पर कोशिकाएं मरती हैं और नई बनती हैं, लेकिन जब यह प्रक्रिया बिगड़ती है, तो कैंसर कोशिकाएं शरीर में फैलने लगती हैं।
क्या हो सकते हैं इसके शुरुआती संकेत?
1. नई गांठ या मस्से का उभरना
यदि स्किन पर 30 साल की उम्र के बाद कोई नई गांठ या मस्सा उभरता है, खासकर धूप में खुली जगहों पर, तो सतर्क हो जाएं।
2. पुराने मस्सों में बदलाव
तिल या मस्से का रंग बदलना, उसका फैलना या उसमें खुजली और पपड़ी बनना स्किन कैंसर का इशारा हो सकता है।
3. घाव जो न भरें
अगर त्वचा पर कोई घाव कई हफ्तों से ठीक नहीं हो रहा, तो यह बेसल सेल या स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा का संकेत हो सकता है।
4. नाखूनों में असामान्य धारी
नाखूनों के नीचे काली या भूरी रेखाएं दिखना सबएंगुअल मेलानोमा नामक दुर्लभ स्किन कैंसर का संकेत हो सकता है।
स्किन कैंसर की पहचान कैसे करें?
ABCDE नियम अपनाएं:
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A – Asymmetry: तिल का आकार एक तरफ से अलग।
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B – Border: किनारे असमान या अनियमित।
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C – Color: रंग असामान्य या एक से अधिक रंग।
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D – Diameter: आकार 6 मिमी से बड़ा।
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E – Evolution: समय के साथ बदलाव।
किन लोगों को होता है अधिक खतरा?
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50 वर्ष से ऊपर के पुरुषों में अधिक देखने को मिलता है।
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जिनकी स्किन बहुत गोरी हो और जो बार-बार सनबर्न का शिकार हो चुके हों।
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कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्ति।
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जिनके परिवार में स्किन कैंसर का इतिहास रहा हो।
कब दिखाएं डॉक्टर को?
अगर आपको ऊपर दिए गए कोई भी लक्षण लगातार महसूस होते हैं, तो तुरंत स्किन स्पेशलिस्ट से संपर्क करें। जल्दी पहचान और उपचार से कैंसर का इलाज संभव है।