Technology
-
अदृश्य और जानलेवा: चीन का माइक्रो ड्रोन जो घुस सके गुफा और बंकर में चीन का माइक्रो मच्छर ड्रोन: युद्ध में बदलने वाला हथियार चीन ने युद्ध तकनीक में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है। चीनी वैज्ञानिकों ने महज 1.5 सेमी का एक माइक्रो ड्रोन विकसित किया है, जो अपनी बनावट और तकनीक में बिल्कुल मच्छर जैसा है। यह छोटा सा ड्रोन युद्ध के मैदान में जासूसी और निगरानी के लिए बेहद कारगर होगा। दुनिया में सैन्य तकनीक तेजी से बदल रही है, और चीन ने माइक्रो ड्रोन तकनीक में अपनी ताकत का प्रमाण पेश किया है। यह ड्रोन इतना छोटा है कि दुश्मनों की नजर में इसे देख पाना लगभग नामुमकिन है। युद्ध में इसे मार गिराना तो दूर, इसका पता लगाना भी बेहद मुश्किल है। यह ड्रोन उन स्थानों तक पहुंचने में सक्षम है, जहां साधारण ड्रोन या सैनिकों का जाना लगभग असंभव है, जैसे कि गुफाएं, सुरंगें और बंकर। मच्छर जैसे दिखने वाले इस ड्रोन में बेहद सटीक कैमरे लगे हैं जो रियल-टाइम वीडियो और ऑडियो डाटा भेजने में सक्षम होंगे। यह जासूसी के लिए आदर्श उपकरण है, जो दुश्मनों की स्थिति और गतिविधियों का पता लगाने में सहायक होगा। इसके माइक्रो सेंसर इसे बेहद कुशलता से संचालन में सहायक ब -
जहां जरूरत, वहीं पहुंचेगा ट्रांसफॉर्मर: नई तकनीक से बदलेगा पावर सप्लाई सिस्टम इंजीनियरों ने अपनाई नई तकनीक: अब चलंत ट्रांसफॉर्मर जहां खराबी होगी, वहां पहुंचेगा, बिजली सप्लाई करेगा बिजली व्यवस्था में लगातार सुधार और तकनीकी विकास के चलते अब बिजली की समस्या के समाधान में तेजी लाई जा रही है। इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है चलंत ट्रांसफॉर्मर यानी मोबाइल ट्रांसफॉर्मर। यह नई तकनीक बिजली वितरण प्रणाली को और अधिक चुस्त-दुरुस्त बनाएगी और उपभोक्ताओं को बिजली कटौती की समस्या से राहत दिलाएगी।अब तक जब कहीं ट्रांसफॉर्मर में खराबी आती थी या अधिक लोड के कारण सप्लाई बाधित होती थी, तो उस इलाके को घंटों तक बिजली कटौती का सामना करना पड़ता था। खराब ट्रांसफॉर्मर को निकाल कर नया लगाना या मरम्मत करना एक लंबी प्रक्रिया होती थी। लेकिन अब चलंत ट्रांसफॉर्मर की मदद से यह काम बेहद कम समय में संभव होगा। चलंत ट्रांसफॉर्मर विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए ट्रक पर सवार होता है, जिसमें पावर कनेक्शन, ट्रांसफॉर्मर यूनिट, केबल, कंट्रोल सिस्टम और अन्य ज़रूरी उपकरण शामिल होते हैं। जब कहीं ट्रांसफॉर्मर खराब होता है या किसी इलाके में अस्थायी रूप से अति -
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: भविष्य की तकनीक का नया आयाम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: भविष्य की तकनीक का नया आयाम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आज की दुनिया में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। यह एक ऐसी तकनीक है जो मशीनों को सोचने, समझने और निर्णय लेने में सक्षम बनाती है। AI का प्रभाव हमारे दैनिक जीवन से लेकर उद्योगों तक हर क्षेत्र में देखा जा सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है? AI एक ऐसी तकनीक है जो कंप्यूटर को इंसानों की तरह सोचने और कार्य करने में सक्षम बनाती है। इसमें मशीन लर्निंग (ML), डीप लर्निंग और न्यूरल नेटवर्क जैसी तकनीकों का उपयोग किया जाता है। AI का मुख्य उद्देश्य मशीनों को इस तरह सक्षम बनाना है कि वे मानव मस्तिष्क की तरह सीख सकें और सही निर्णय ले सकें। AI के प्रमुख उपयोग स्वास्थ्य क्षेत्र: AI का उपयोग बीमारियों के निदान, सर्जरी में सहायता और रोगियों की देखभाल में किया जा रहा है। ऑटोमेशन उद्योग: कारखानों में रोबोट का उपयोग उत्पादों के निर्माण में किया जा रहा है। वित्तीय क्षेत्र: AI तकनीक धोखाधड़ी का पता लगाने, निवेश का विश्लेषण करने और ग्राहक सेवा को बेहतर बनाने में मदद करती है। शिक्षा क्षेत्र: ऑनलाइन शिक्ष -
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते प्रभाव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते प्रभाव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आज के डिजिटल युग में तेजी से विकसित हो रही तकनीक है, जो विभिन्न क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। व्यवसाय, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और मनोरंजन जैसे क्षेत्रों में AI का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। AI के प्रमुख उपयोग क्षेत्र व्यवसाय और ऑटोमेशन: AI आधारित टूल्स व्यवसायों में कार्यक्षमता बढ़ाने में मदद कर रहे हैं। चैटबॉट्स, वर्चुअल असिस्टेंट और डेटा एनालिटिक्स के माध्यम से कंपनियां बेहतर निर्णय ले रही हैं। ग्राहक सेवा में AI का उपयोग तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। स्वास्थ्य सेवा: मेडिकल डाटा का विश्लेषण कर AI अब रोगों की पहचान, उपचार की योजना और दवा निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। रोबोटिक सर्जरी, स्मार्ट हेल्थकेयर डिवाइस और टेलीमेडिसिन सेवाएं इसका बेहतरीन उदाहरण हैं। शिक्षा क्षेत्र: AI आधारित स्मार्ट लर्निंग प्लेटफॉर्म छा -
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बढ़ता प्रभाव: भविष्य में क्या बदलेगा? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बढ़ता प्रभाव: भविष्य में क्या बदलेगा? आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तेजी से हमारे जीवन का अहम हिस्सा बनती जा रही है। AI तकनीक ने हाल के वर्षों में कई क्षेत्रों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका साबित की है। चाहे वह स्वास्थ्य सेवा हो, शिक्षा हो या व्यापार – AI का प्रभाव हर जगह दिखने लगा है। आने वाले समय में यह तकनीक हमारे दैनिक जीवन और उद्योगों में बड़े बदलाव लाने वाली है। AI का प्रभाव किन क्षेत्रों में दिखेगा? स्वास्थ्य सेवा (Healthcare): AI के जरिए मेडिकल डाटा का विश्लेषण करके बीमारियों का जल्द पता लगाना आसान हो गया है। साथ ही, रोबोटिक सर्जरी और डिजिटल हेल्थ असिस्टेंट जैसी तकनीकें मरीजों को बेहतर सुविधा प्रदान कर रही हैं। शिक्षा (Education): AI के जरिए व्यक्तिगत शिक्षा प्रणाली (personalized learning) को बढ़ावा दिया जा रहा है। स्मार्ट क्लासरूम, वर्चुअल ट्यूटर और डेटा एनालिटिक्स के जरिए छात्रों की प्रगति को मापा जा सकता है। व्यापार (Business): कंपनियां AI का उपयोग ग्राहक सेवा (chatbo -
5G टेक्नोलॉजी: तेज इंटरनेट का नया युग 5G टेक्नोलॉजी: तेज इंटरनेट का नया युग 5G टेक्नोलॉजी संचार की दुनिया में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली नवीनतम तकनीक है। इसकी तेज गति, कम लैटेंसी और विश्वसनीय कनेक्टिविटी के कारण इसका उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। 5G की विशेषताएं 5G नेटवर्क 4G की तुलना में 10 गुना अधिक तेज गति प्रदान करता है। इसकी डाउनलोड स्पीड 10 Gbps तक पहुंच सकती है, जिससे हाई-डेफिनिशन वीडियो स्ट्रीमिंग, ऑनलाइन गेमिंग और वर्चुअल रियलिटी (VR) जैसी सेवाएं अधिक सुगम हो जाती हैं। कम लैटेंसी का लाभ 5G नेटवर्क में डेटा ट्रांसफर की गति काफी तेज होती है, जिससे कम लैटेंसी मिलती है। इसका अर्थ है कि डेटा भेजने और प्राप्त करने में होने वाला समय बहुत कम होता है। इससे रियल-टाइम कम्युनिकेशन, स्मार्ट डिवाइस कनेक्टिविटी और ऑटोमेशन तकनीक में सुधार होता है। उद्योगों में 5G का प्रभाव 5G तकनीक से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स, ऑटोमेशन, हेल्थकेयर और मैन्युफैक्चरिंग उद्योग को बड़ा फायदा होगा। स्वास्थ्य क्षेत्र में रिमोट सर्जरी जैसी तकनीकें 5G के तेज नेटवर्क के कारण अधिक विश्वसनीय बनेंगी। गेमिंग और मनोरंजन में क्रांति 5G के आ -
WhatsApp में नया अपडेट: यूजर्स की बड़ी समस्या का हल WhatsApp पर जल्द आएगा नया सोशल मीडिया लिंकिंग फीचरWhatsApp यूजर्स के लिए जल्द ही एक नया और शानदार फीचर रोलआउट होने वाला है। इस फीचर के जरिए अब आप अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को WhatsApp प्रोफाइल में लिंक कर सकेंगे। अभी तक यह सुविधा केवल बिजनेस अकाउंट्स के लिए उपलब्ध थी, लेकिन अब इसे रेगुलर अकाउंट्स पर भी लागू किया जाएगा। Meta के स्वामित्व वाली यह लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप समय-समय पर अपने यूजर्स के लिए नए फीचर्स लाती रहती है, जिससे उनका अनुभव और बेहतर हो सके।फीचर की चल रही टेस्टिंगWhatsApp ने इस फीचर की टेस्टिंग आईफोन यूजर्स के लिए शुरू कर दी है। हालांकि, इसे अभी तक व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं कराया गया है। टेस्टिंग के दौरान एक स्क्रीनशॉट में दिखाया गया है कि यह फीचर कैसे काम करेगा। इसके तहत, WhatsApp यूजर अपने इंस्टाग्राम, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया अकाउंट्स को अपनी प्रोफाइल में लिंक कर सकेंगे। इससे अन्य लोग आपके प्रोफाइल से जुड़े सोशल मीडिया अकाउंट्स को आसानी से खोज और कनेक्ट कर पाएंगे।प्रोफाइल में नया सेक्शन जोड़ा जाएगाWhatsApp प्रोफाइल सेटिंग्स में एक नया सेक्शन जोड़ा जाएगा, जहां यूजर्स अ -
गुजरात सरकार ने 70 मंजिल से अधिक ऊंची इमारतों के निर्माण को मंजूरी दी.. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य के पांच प्रमुख शहरों में 70 या उससे अधिक मंजिलों वाली इमारतों के निर्माण को मंजूरी दे दी है। यह जानकारी सरकार की ओर से दी गई। वर्तमान नियमों के अनुसार राज्य में सभी ऊंचे ढांचों के लिए अनुमेय सीमा 23 मंजिल है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि अब, राज्य सरकार ने अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, राजकोट और गांधीनगर में 70 या अधिक मंजिलों की ऊंचाई वाले ढांचे के निर्माण की अनुमति देने के लिए सामान्य जीडीसीआर (सामान्य विकास नियंत्रण नियमन) में संशोधन करने का निर्णय लिया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि सरकार द्वारा अनुमोदित ऊंची इमारतों के बारे में नए नियम उन संरचनाओं पर लागू होंगे जो 100 मीटर से अधिक ऊंचे हैं। इस तरह की परियोजनाओं को मंजूरी देने के लिए एक विशेष तकनीकी समिति का गठन किया जाएगा। विज्ञप्ति के अनुसार 100 से 150 मीटर के बीच की ऊंचाई वाली गगनचुंबी इमारत के निर्माण के लिए प्लाट का आकार 2,500 वर्गमीटर और यदि प्रस्तावित ऊंचाई 150 मीटर से अधिक हो तो प्लाट का आकार 3,500 वर्गमीटर होना चाहिए । विज्ञप्ति में कहा गया है कि आपदा प्रबं -
चीनी Apps TikTok को कड़ी टक्कर दे रही है हमारी स्वदेशी Apps जानिए कोनसी Apps है TikTok App वीडियो बनाने के लिए बहुत लोकप्रिय -
गुजरात सरकार का सख्त निर्देश- जब तक स्कूल बंद है, फीस नहीं ले सकेंगे स्कूल.... कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ लड़ाई म -
कोचीन शिपयार्ड ने नॉर्वे से स्वायत्त इलेक्ट्रिक फेरी का ऑर्डर जीता। INDIA के सबसे बड़े कॉमर्शियल जहाज कोचीन श -
मनसुख मांडविया ने देश के पहले ट्रांस-शिपमेंट हब - कोचीन पोर्ट के वल्लारपदम टर्मिनल के विकास की समीक्षा की। नई दिल्ली: नौवहन राज्य मंत्री (I / C) श्री -
गुजरात में चार वाटर एयरोड्रोम स्थापित करके शुरू होगी हवाई सेवा, कैबिनेट में सीएम रखेंगे प्रस्ताव। मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने गुजरात मे -
शिपिंग मंत्रालय ने सार्वजनिक परामर्श के लिए नेविगेशन बिल 2020 के लिए ड्राफ्ट एड्स जारी किया.. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोदी के दृ -
गेंगस्टर विकासदूबे का एनकाउंटर.भाग ने की कोशिश कर रहा था दुबे। विकास दुबे ने पुलिस से पिस्टल छीनकर गो -
कानपुर शूटआउट का मास्टरमाइंड विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार. कानपुर का गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन -
दो महीने पहले गिरा हुआ पेड़ फिर से खड़ा हुआ,गांव वालों ने माना चमत्कार मध्य प्रदेश के विदिशा के एक गाँव में द -
देश में 194 लाइटहाउस विकसित करके मुख्य पर्यटक आकर्षण बनाए जाएंगे. केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभ -
सूरत में इसबार गणेशमहोत्सव में नहीं होगी भक्तों भीड़ : भक्त करेंगे दिल से दर्शन.. वैश्विक महामारी कोरोना के कारण, गणेश च -
MGVCL के चीफ़ इंजीनियर समेत 35000 से ज्यादा कर्मचारी की हड़ताल... वडोदरा में बकाया मुद्दों को सुलझाने क -
अगर राज्यसभा चुनाव होते हैं, तो गांधीनगर नगर निगम की आम सभा क्यों नहीं ?: विपक्ष नेता गांधीनगर शहर में बढ़ते मामलों को लेकर -
भारत के पहले कोविड-19 टीके 'COVAXIN' को ह्यूमन ट्रायल की मिली मंजूरी। भारत के पहले स्वदेशी कोविड-19 टीके को भा -
#UNLOCK2 की नई गाइडलाइंस जारी, रात के 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू देश में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन क -
भारत सरकार का बड़ा फैसला चीन के पबजी ने टिक टॉक जैसे 59 ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया. मोदी सरकार ने 59 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध ल -
ग्लोबल वार्मिंग के कारण होने वाली प्राकृतिक आपदाओं की गंभीरता मानव जाति को लगातार परेशान कर रही है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण होने वाली प्र -
एक प्रतिभाशाली टेक एंटरप्रेन्योर परमार्थ मोरी के बारे में जाने. परमार्थ मोरी, 4 अप्रैल, 1985 को जन्मे और ऐत -
मोदी सरकार ने 118 और ऐप बेन करके लाखों यूजर्स का डेटा बचाया: साइबर एक्सपर्ट केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय न - View all